महाराज जी एक बार दक्षिण यात्रा पर गए। 9 जनवरी 1973 को मद्रास पहुँचने पर वे लोग सिन्धी धर्मशाला में ठहरने के लिए गए। धर्मशाला में पहुँचने के बाद उन्होंने कुछ बन्द कमरों की ओर संकेत करते हुए कहा कि इन्हीं कमरों में रहना होगा। लेकिन ये कमरे दूसरे के लिए आरक्षित थे। धर्मशाला में […]