Baba Neem Karoli

Welcome to the world of Neem Karoli Baba Maharaj Ji Love Serve Feed Speak Truth Always

बाबा नीम करोली गुप्त मंदिर महरौली छतरपुर
Posted in: neem karoli baba

नीम करोली बाबा गुप्त मंदिर महरौली

नीम करोली बाबा गुप्त मंदिर महरौली

हमने हमेशा की तरह हर महीने के जैसे कैंची धाम जाने का सोचा था | रुकने की जगह की भी सब बात कर ली थी और पैसे का इंतज़ार कर रहे थे क्योंकि बिना पैसे के कुछ होता नहीं हैं| नीम करोली बाबा पैसे भेजते हैं तो हम लोग चले जाते हैं और इस बार भी भेज ही देंगे – घमंड जैसा आ गया था कि पैसे तो आ ही जायेंगे | लेकिन नहीं आये |

नीम करोली बाबा के चमत्कार :https://babaneemkaroli.in/%e0%a4%a8%e0%a5%80%e0%a4%ae-%e0%a4%95%e0%a4%b0%e0%a5%8b%e0%a4%b2%e0%a5%80-%e0%a4%ac%e0%a4%be%e0%a4%ac%e0%a4%be-%e0%a4%95%e0%a5%87-%e0%a4%9a%e0%a4%ae%e0%a4%a4%e0%a5%8d%e0%a4%95%e0%a4%be%e0%a4%b0/

लेकिन कुछ और होने वाला था। मेरे दोस्त शर्माजी जो बाबाजी के सन्देश वाहक, उन्होंने मुझे छतरपुर महरौली नई दिल्ली में गुप्त मंदिर के बारे में एक वाट्सएप फॉरवर्ड किया और मैंने सुधा जी से कहा कि बाबाजी का बुलावा आ गया है और हम चलेंगे। वह हमेशा उन जगहों पर जाने के लिए तैयार रहती हैं जहां बाबाजी हैं और इसलिए हम इस गुप्त मंदिर में गए।

नीम करोली बाबा  गुप्त मंदिर महरौली छतरपुर की कहानी
नीम करोली बाबा गुप्त मंदिर महरौली छतरपुर की कहानी

हम जब वहां पहुंचे तो गूगल ने तो बोल दिया आप आ गए हैं लेकिन वहाँ कुछ दिख नहीं रहा था |

जिस जगह से हम निकले थे, उसके बगल में एक हनुमानजी का मंदिर और एक मस्जिद थी। हमने वहां लोगों से गुप्त मंदिर महरौली पूछा लेकिन किसी को पता नहीं चला। गूगल मैप्स को पूरा यकीन था कि हम वहां पहुंच गए हैं।

हमने कुछ ऑटो वाले से पूछा और वे बहुत भ्रमित थे। हमने दो महिलाओं को गुजरते हुए देखा और सुधाजी ने उनसे गुप्त मंदिर महरौली के बारे में पूछा और उन्होंने हनुमानजी मंदिर के सामने पार्क की ओर इशारा किया और कहा कि वहाँ एक बहुत बूढ़ा आदमी बाबाजी रहता है और आप वहाँ पूछ सकते हैं।

वे नारायण बाबा थे जो कि अब नहीं हैं और उनका स्वर्गवास २०२० के उत्तरार्ध में हो गया था|

हम पार्क के अंदर गए और मैंने देखा कि एक व्यक्ति आ रहा है और मैंने उससे पूछा,” बाबाजी मंदिर” तो वह मुस्कुराया और कहा हाँ इस दिशा में जाओ। अंत में, हम वहाँ पहुँचे और हमें आश्चर्य हुआ कि वाट्सएप फॉरवर्ड में बताई गई कहानी सच हो गई।

हम को महाराज जी की कृपा से मंदिर पहुँच गए और नारायण बाबा ने हमसे पुछा की कैसे आ गए आप लोग तो हमने बताया की हमें शर्मा जी ने भेजा है | बाबा बोले कि बिना महाराज जी की अनुमति के कोई यहाँ आ ही नहीं सकता अतः आप लोग भी आये हैं तो उनकी अनुमति से ही |

नीम करोली बाबा ने बद्रीनाथ धाम की यात्रा करवाई:https://babaneemkaroli.in/%e0%a4%a8%e0%a5%80%e0%a4%ae-%e0%a4%95%e0%a4%b0%e0%a5%8b%e0%a4%b2%e0%a5%80-%e0%a4%ac%e0%a4%be%e0%a4%ac%e0%a4%be-%e0%a4%ac%e0%a4%a6%e0%a5%8d%e0%a4%b0%e0%a5%80%e0%a4%a8%e0%a4%be%e0%a4%a5-%e0%a4%a7/

हम उनके साथ बहुत देर बैठे रहे और उनके जीवन की बहुत सारी बातें उन्होंने बतायीं और बोला की किसी से बोलियेगा नहीं | हमने हामी भर दी और उनकी बातें सुनते रहे | उनकी ये फोटो ली जो की आज पूरे इन्टरनेट पर दिखाई देती है | ये भी सब करने वाले नीम करोली बाबा महाराज जी ही हैं |  उन्होंने बहुत सारी बातें करें बतायीं और अपना आशीर्वाद भी दिया | नवरात्री आने वाली थी और सुधा जी ने हमारी यह यात्रा अपनी फेसबुक पर पोस्ट कर दी थी तो बहुत से लोग आने को उत्सुक हुए | हम फिर एक बार उन सबके साथ मंदिर गए |

फिर हमने नवरात्री पर वहां जाने का सोचा क्योंकि कैंची तो जा ही नहीं पाए थे |

हम शुरू हुए और १४ तारीख को दिए गए समय पर पहुंच गए। मिठाइयाँ और हलवा मेरे पेट में प्रवेश करने का इंतज़ार कर रहे थे और जैसे ही मैं वहाँ पहुँचा, सबसे पहले मैंने उन्हें ही खा लिया। खाने पीने के मामले में मैं कोई कोताही नहीं करता |

गुप्त मंदिर महरौली के बाबा नारायण स्वामी जी बाहर बैठे थे और आने वाली भीड़ के कारण अच्छे मूड में थे, लेकिन बुरे मूड में भी थे क्योंकि भीड़ को संभालना भी एक कार्य होता है | उस दिन उनके बेटे भी वहां पर थे |

बेटे के बारे में  उन्होंने बताया कि जब उनका जन्म हुआ तो नारायण बाबा वृंदावन गए और बाबाजी से कहा कि उनका एक बेटा है और नाम क्या होना चाहिए और बाबाजी ने कहा “हनुमान” नाम होना चाहिए। और इसलिए उनका नाम हनुमान खुद नीब करोरी बाबा जी ने दिया था। वह अपनी कहानी बता रहे थे  कि “केवल बाबाजी ही हैं जिन्होंने उसे इतने लंबे समय तक जीवित रखा है क्योंकि वह सर से पांव तक कई दुर्घटनाओं का सामना कर चुका है और हर बार यह बाबाजी ही हैं जो उसे बचाते हैं”।

नीम करोली बाबा ने दीपावली पर दिया उपहारों का ढेर:https://babaneemkaroli.in/%e0%a4%a8%e0%a5%80%e0%a4%ae-%e0%a4%95%e0%a4%b0%e0%a5%8b%e0%a4%b2%e0%a5%80-%e0%a4%ac%e0%a4%be%e0%a4%ac%e0%a4%be-%e0%a4%a8%e0%a5%87-%e0%a4%a6%e0%a5%80%e0%a4%aa%e0%a4%be%e0%a4%b5%e0%a4%b2%e0%a5%80/

बात यह है कि बाबाजी जो कुछ भी तय करेंगे, वही होगा और होगा और कुछ नहीं। मैं आपको बहुत स्पष्ट रूप से बता दूं कि बाबाजी बहुत शरारती हैं और हर बार आपकी परीक्षा लेने में संकोच नहीं करेंगे, लेकिन निश्चिंत रहें कि यह वही और केवल वही हैं जो आपका हाथ पकड़कर आपको अपने पैरों पर खड़ा करेंगे।

जब आप सभी उम्मीदें खो चुके होंगे और दुनिया में बहुत अंधेरा होगा एक महाराज जी का स्मरण मात्र ही सब समस्या से छुट्टी दिलवा देगा|

एक और बात मैं यहां जोर देना चाहता हूं, यह मंदिर लगभग सीधे हनुमानजी मंदिर और डीबिया वाली मस्जिद के सामने है। वहां हिंदू और मुस्लिम दोनों आबादी है और बहुसंख्यक मुसलमान हो सकते हैं। आज भंडारे में हमने देखा कि हिन्दू-मुसलमान दोनों एक साथ बैठकर भगवती माताजी का प्रसाद खा रहे हैं।

कैंची धाम की पहली यात्रा जिसने जीवन बदल दिया :https://babaneemkaroli.in/%e0%a4%95%e0%a5%88%e0%a4%82%e0%a4%9a%e0%a5%80-%e0%a4%a7%e0%a4%be%e0%a4%ae-%e0%a4%ac%e0%a4%be%e0%a4%ac%e0%a4%be-%e0%a4%a8%e0%a5%80%e0%a4%ae-%e0%a4%95%e0%a4%b0%e0%a5%8b%e0%a4%b2%e0%a5%80/

मैं इस बार कांची धाम जाने में सक्षम नहीं था, हालांकि मैंने एक टिकट बुक किया था और मैं पूरे मूड में था लेकिन उनके  द्वारा कोई पैसा नहीं भेजा गया था, अब मुझे एहसास हुआ कि वे  चाहते थे कि हम इस मंदिर के दर्शन भी करें।

हम योजनाएँ और योजनाएँ बना सकते हैं और टिकट बुक कर सकते हैं और लेकिन हमारे हाथ में कुछ भी नहीं है। यदि आप इस पर विश्वास नहीं करते हैं – इसे आजमाएं !! वह मेरे प्रिय नीम करोली बाबा जी हैं जिनके हाथ में हमारी जिंदगी की चाबी है जैसे वो घुमाते हैं वैसे हम घूम जाते हैं|

 कैसे पहुंचें: आप डीएमआरसी येलो लाइन ले सकते हैं और कुतुब मीनार पर उतर सकते हैं। वहाँ से छतरपुर मेट्रो स्टेशन की ओर पैदल चलें और रास्ते में आपको सीधे हाथ की ओर एक पार्क दिखाई देगा। आपको पार्क में प्रवेश करना चाहिए और पार्क में मंदिर के लिए पूछना चाहिए क्योंकि बाहर के लोगों को इसके बारे में ज्यादा जानकारी नहीं है। आपको उलटे हाथ की ओर एक हनुमानजी मंदिर और एक छोटी मस्जिद दिखाई देगी जो मंदिर के बिल्कुल विपरीत है।

4 church lane दादा मुख़र्जी का घर कैसे जाएँ :https://babaneemkaroli.in/4-church-lane-%e0%a4%a6%e0%a4%be%e0%a4%a6%e0%a4%be-%e0%a4%ae%e0%a5%81%e0%a5%99%e0%a4%b0%e0%a5%8d%e0%a4%9c%e0%a5%80-%e0%a4%95%e0%a4%be-%e0%a4%98%e0%a4%b0-%e0%a4%85%e0%a4%b2%e0%a4%be%e0%a4%b9%e0%a4%be/

अधिक विवरण प्राप्त करने के लिए मुझे +917566384193 पर वाट्सएप करने के लिए स्वतंत्र महसूस करें लेकिन मंदिर तक पहुंचने के लिए यह पर्याप्त है।

This channel/ site is not related in any way to any Ashram or Trust of Neem Karoli Baba Ji. It is our own activities that we want to reach to the devotees of Maharaj Ji and spread the devotion. We do not spread any kind of superstition nor sell any kind of garland amulets etc.

This work takes time and energy and we do not get any remuneration for it except for youtube ads etc. which remains miserable always.
To encourage our work, if you want to donate money voluntarily, then do it from the link given below the Hindi Version.

यह चैनल / site किसी भी प्रकार से नीम करोली बाबा जी के किसी भी आश्रम अथवा ट्रस्ट से सम्बंधित नहीं है | यह हमारी अपनी गतिविधियाँ हैं कि हम महाराज जी के भक्तों तक पहुँचाना चाहते हैं और भक्ति की प्रसार करना चाहते हैं | हम किसी भी प्रकार का अंधविश्वास नहीं फैलाते न ही किसी भी प्रकार का माला ताबीज बेचते हैं |

इस कार्य में समय और ऊर्जा लगती ही है और हमको इसका कोई पारिश्रमिक नहीं मिलता है सिवाय youtube के विज्ञापन आदि के जो कि नहीं के बराबर ही रहता है |

हमारे कार्य को प्रोत्साहित करने के लिए अगर आप धन राशी अपनी  स्वेच्छा से दान  करना चाहते हैं तो इस लिंक से करें

https://rzp.io/l/pdmqYxNIg

International payments : paypal direct link

Paypal.me/acharya1974

This is our YouTube Link below from where you can also browse through our videos.

https://www.youtube.com/c/NKB369/videos

हमारे फेसबुक पेज को लाइक कीजिये और जुड़िये महाराज जी परिवार में https://www.facebook.com/Mere-Neem-Karoli-Baba-107702238264118

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to Top